26 January Shayari in Hindi 2020-photo, images, quotes download
dosto 26 january ke din hi hamara savidhan lagu hua tha or hm ek republic country bane the to is mauke pr hm ye 26 january shayari in hindi 2020 photo,images,quotes lekar aaye hai taaki aap ye padh kar apne deh ke upar garv mahsus karsake to mai umeed karta hu ki ye 26 january shayari in hindi 2020 photo,images,quotes aapko pasand aayega.thik hai
is article me aapko 26 january shayari,26 january ki shayari in hindi,kumar viswas desh bhakti shayari, republic day shayari in hindi 2020,26 january par shayari,happy republic day shayari,desh bhakti shayari 2020 in hindi,desh bhakti hindi shayari image,26 january par shayari lekar aaye hai
26 January Shayari in Hindi 2020
अपना घर छोड़ कर, सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,
जान हथेली पर रखकर, देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया.
कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना,
कैसे होती हैं हिफ़ाजत मुल्क की,
कभी सरहद पर चल के देख लेना
किसी गजरे की ख़ुशबू को महकता छोड़ के आया हूँ,
मेरी नन्ही से चिड़िया को चहकता छोड़ के आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ के आया हूँ.
मेरे जज्बातों से मेरा कलम इस कदर वाकिफ हो जाता हैं
मैं इश्क भी लिखना चाहूँ तो इन्कलाब लिखा जाता हैं.
जब हम तुम अपने महबूब की आँखों में खोये थे,
जब हम तुम खोयी मोहब्बत के किस्सों में खोये थे,
सरहद पर कोई अपना वादा निभा रहा था,
वो माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा था.
जहर पिलाकर मजहब का, इन कश्मीरी परवानों को,
भय और लालच दिखलाकर तुम भेज रहे नादानों को,
खुले प्रशिक्षण, खुले शस्त्र है खुली हुई शैतानी है,
सारी दुनिया जान चुकी ये हरकत पाकिस्तानी है,
जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में मर रहे हैं,
कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मरे रहे हैं.
जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान चैन से सोता हैं,
कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात में अपना धैर्य न खोता हैं.
दूध और खीर की बात करते हों, हम तुम्हे कुछ भी नही देंगे,
कश्मीर की तरफ नजर भी उठाया, तो लाहौर भी छीन लेंगे.
नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए.
भारत की सेना का मुख्य उद्देश्य देश की सुरक्षा और राष्ट्र की एक एकता को सुनिश्चित करना, देश को बाहरी और आंतरिक खतरों से सुरक्षा प्रदान करना और सीमा पर शांति और सुरक्षा को बनायें रखना हैं. देश के सैनिकों के बलिदान का कर्ज हम कभी नही चुका सकते हैं, वो कड़ाके के ठंड में, धुप और बरसात में दिनरात सरहद की सुरक्षा करते हैं और उन्हीं की वजह से हम अपने घरो में चैन से सोते हैं.
मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,
है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं,
उन सिपाहियों को रात-रत नमन करो, मौत के साए में जो जिए जाते हैं.
सरहद पर एक फौजी अपना वादा निभा रहा हैं,
वो धरती माँ की मोहब्बत का कर्ज चुका रहा हैं.
हर पल हम सच्चे भारतीय बनकर देश के प्रति अपना फर्ज निभायेंगे.
जरूरत पड़ी तो लहू का एक-एक कतरा देकर इस धरती का कर्ज चुकायेंगे.
फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व ज्यादा होता हैं,
ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख भी धन्य हो जाता हैं.
“सीमा नहीं बना करतीं हैं काग़ज़ खींची लकीरों से,
ये घटती-बढ़ती रहती हैं वीरों की शमशीरों से.
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिस्ताँ हमारा
संस्कार, संस्कृति और शान मिले, ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले,
रहे हम सब ऐसे मिल-झुल कर, मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए
वो फिर आया नए सवेरे के साथ, मिल जुल कर रहेंगे हम एक दूजे के साथ, वो तिरंगा कितना प्यारा और है सबसे न्यारा, दे देंगे आहुति पर आने न देंगे इसपे आंच।
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई, रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई, दिल हमारा एक है एक है हमारी जान. हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये, रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये, दिल एक है एक है जान हमारी, हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमां पर भारत का नाम होगा सब की जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या दे देंगे अपनी जान कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिंदुस्तान पर
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे देश के लिए एक-दो तारीख नही भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे
ये नफरत बुरी है न पालो इसे, दिलों में खलिश है निकालो इसे, न तेरा ने मेरा न इसका न उसका, ये वतन है हम सब का बचा लो इसे।
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है, हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है
मैं भारतवर्ष का सम्मान करता हूँ, इसकी चांदनी और मिट्टी का गुणगान करता हूँ, मैं चिंता नहीं करता स्वर्ग में जन्नत पाने की, तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूँ।
मैं तो सोया था गहरी नींद मैं सरहद पर था जवान जगा रात सारी, ये सोच कर नींद मेरी उड़ गयी जवान कर रहा रक्षा हमारी
मै भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
भूख, गरीबी, लाचारी को, इस धरती से आज मिटायें, भारत के भारतवासी को, उसके सब अधिकार दिलायें आओ सब मिलकर नये रूप में गणतंत्र मनायें
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान, दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान, सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का, इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास
बस इतनी सी बात हवाओं और इन फिजाओं को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना, लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने,
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना।
बलिदानों का सपना सच हुआ देश तभी आजाद हुआ आज सलाम करें उन वीरों को जिनकी शहादत से ये गणतन्त्र हुआ
बता दो आज इन हवाओं को जला कर रखो इन चिरागों को लहू देकर जो ली आजादी टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को
ना सरकार मेरी है ! ना रौब मेरा है ! ना बड़ा सा नाम मेरा है ! मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व है, मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है
ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं
ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरों धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम पर।
नहीं सिर्फ जश्न मनाना, नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
ये काफी नहीं है वतन पर, यादों को नहीं भुलाना,
जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना,
हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती निकाल के,
इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के
नफरत करना है बुरी बात, देश की उन्नति के लिए चाहिए सब का साथ, न करो तेरा-मेरा ये देश तो है हम सब का।
देश भक्तो की बलिदान से स्वतंत्रा हुए है हम
कोई पूछे कोन हो तो गर्व से कहेंगे भारतीय है हम
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
तैरना है तो समंदर में तैरो नदी नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो वतन से करो हिंदू-मुसलमानों में क्या रखा है।
तीन रंग का है तिरंगा ये ही मेरी पहचान है शान देश की, आन देश की हम तो इसकी ही सन्तान हैं
26 january shayari in hindi 2020 status
तिरंगा लहरायेंगे भक्ति गीत गुनगूनायेंगे,
वादा करो इसे देश को दुनिया का सबसे प्यारा और न्यारा देश बनायेंगे।
झुक के करो सलाम उनको जिनके भाग में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है।
जिस देश में पैदा हुए हो तूम, उस देश के अगर तूम भक्त नहीं,
नहीं पिया दूध माँ का तुमने, और बाप का तूम में रक्त नहीं।
चलो फिर से खुद को जगाते हैं अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं
याद करें उन शूरवीरों को क़ुरबानी जिनके कारण हम इस लोकतंत्र का आनंद उठाते हैं
also watch -1. desh bhakti shayari in hindi 2020
चलो फिर से आज वो नजारा याद कर लें शहीदों के दिलो में थी जो वो ज्वाला याद कर लें
जिसमें बहकर आजादी पहुची थी किनारे पे देशभक्ति के खून की वो धारा याद कर लें
चढ़ गये जो हँसकर सूली, खायी जिन्होंने सीने पर गोली, जो मिट गये देश पर हम उन सबको सलाम करते है।
गुलामी क्या थी ये हम क्या जानें, हमने तो हमेशा आजादी में सांस् ली है,
गुलामी क्या है ये तो वे ही बता पायेंगे, जिन्होंने आजादी के लिए कुर्बानी दी है।
कुछ नशा तिरंगे की आन है कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा नशा ये हिंदुस्तान की शान का है
कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है
इंसाफ की डगर पर बच्चों दिखाओ चल के,
ये देश है तुम्हारा नेता तुम ही हो कल के।
इंडियन होने पर करीए गर्व, मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व, देश के दुश्मनों को मिलके हराओ, हर घर पर तिरंगा लहराओ
आजादी की कभी शाम न होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी कभी बदनाम न होने देंगे,
बची है लहू की एक बूंद रगों में, तब तक भारत माता का आँचल नीलम न होने देंगे।
आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे,
जब भी जरूरत पड़ेगी देश के लिए जान भी लूटा देंगे,
भारत हमारा देश है अब दोबारा इस पर आंच न आने देंगे।
अलग है भाषा, धर्म जात, और प्रांत, भेष, परिवेश, पर हम सब का एक ही गौरव है, राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी न्यारा है, जहाँ जाती-भाषा से बढ़कर, देश-प्रेम की धारा है, निशचल, पवन, प्रेम पुराना, वो भारत देश हमारा है!!
संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे, हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे हम मिलजुल के रहे ऐसे की मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे…
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए, वो जज्बा हो जो कुर्बान हो जाये अपने वतन के लिए,
रखते हैं हम वो होंसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए रखते हैं हम वो होंसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए|
वतन हमारा मिसाल है मोहब्बत की, तोड़ता है दीवारें नफरत की, ये मेरी खुश नसीबी है जो मिली जिन्दगी इस चमन में… और भुला न सके कोई भी इसकी खूशबु सातों जनम में…
मोहब्बत का दूसरा नाम है मेरा देश, अनेकों में एकता का प्रतीक है मेरा देश,
चाँद गैरों की सुनना मुझे गंवारा नहीं, हिन्दू मुस्लिम सभी कला प्यारा है मेरा देश.
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ
मेरे देश का मान हमेशा यूँ ही बनाये रखूँगा, दिल तो क्या जान भी इस पर निछावर कर दूंगा, अगर मिले एक भी मोका देश के काम आने का तो बिना कफ़न के ही देश के लिए सो जाऊंगा…
मेरा “भारत” महान था, महान है और महान रहेगा.
है होंसला सब के दिलों में बुलंद, तो एक दिन पाक भी जय हिन्द कहेगा.
में भारत वर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ,
यहाँ कि सुनहरी मिट्टी का गुणगान करता हूँ, मुझे चिंता नही है,
स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने कि तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ…
मुकम्मल है इबादत और मैं वतन ईमान रखता हूँ,
वतन के शान की खातिर हथेली पे जान रखता हूँ !!
क्यु पढ़ते हो मेरी आँखों में नक्शा पाकिस्तान का ,
मुस्लमान हूँ मैं सच्चा, दिल में हिंदुस्तान रखता हूँ !!
भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान,
इस दिन के लिए जो हुए थे हंसकर कुर्बान,
आज़ादी की ये खुशियाँ मनाकर लो ये शपथ की बनायेंगे देश भारत को और भी महान..
भले हाथो में खनके, छन छन करते पायल झुमके, पर देश की हैं हम प्रचंड नारी, वक्त पर उठाएंगे तलवारे भारी से भारी.
ना हिन्दू बन कर देखो ना मुस्लिम बन कर देखों बेटों की इस लड़ाई में दुःख भरी भारत माँ को देखो |
न मरो अपनी बेवफा सनम के लिये,
दो गज जमीन नही मिलेगी दफ़न होने के लिए,
अगर मरना ही हैं तो मरो अपने वतन के लिए,
हसीना भी ख़ुशी से दुप्पटा उतार देगी तुम्हारे कफ़न के लिए…
वन्दे मातरम, जय हिन्द
दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान हैं, सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान हैं..!!
तिरंगा हमारा शान-ए-जिंदगी, वतन परस्ती हैं वफा-ए-जमीं, देश के मर मिटना काबुल है हमें, अखंड भारत के स्वपन का जुनून हैं हमें…
जिसका ताज हिमालय है, जहाँ बहती गंगा है, जहाँ अनेकता में एकता है.. “सत्यमेव जयते जहाँ का नारा है, जहां का मजहब भाईचारा है और कोई नहीं दोस्तों वो भारत देश हमारा है…
जिसका ताज हिमालय है जहाँ बहती गंगा है, जहाँ अनेकता में एकता है ‘सत्यमेव जयते’ जहाँ का नारा है, जहाँ मजहब भाईचारा है वो भारत वतन हमारा है
जहां प्रेम की भाषा है सर्वोपरी, जहां धर्म की आशा है सर्वोपरि, ऐसा है मेरा देश हिंदुस्तान जहां, देश भक्ति की भावना है सर्वोपरी.
चलो फिर से खुद को जगाते है, अनुसाशन का डंडा फिर घूमाते है, सुनहरा रंग है गणतंत्र स्वतंत्रता का, शहीदों के लहू से ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है…
गूँज रहा है,दुनिया में भारत का नगाडा.. चमक रहा है,आसमान में देश का सितारा… आज़ादी के दिन आओ मिलके करें दुआ यही की बुलंदीयों पर लहराता रहे तिरंगा हमारा…
खुशनसीब होते है वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते है, जान गवां कर भी वो लोग अमर हो जाते है, करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को, जिनके कारण इस तिरंगे का मान होता है
कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की मान का है, हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को, हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को, ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं|
कीमत करो शहीदों की, वो देश पर कुर्बान हुए, सिर्फ दो दिनों की मोहताज नहीं है देश भक्ति, नागरिकों की एकता ही है देश की असल शक्ति…
thank you
to dosto umeed hai ye 26 january shayari in hindi 2020 photo,images,quotes download aapko pasand aaya hoga agar aap or bhi shayari padhna chahte ho to hmare website mubarakwishes pe ja sakte ho ya phir hme insta,facebok pr follow kr sakte ho .
Good
ReplyDelete